The Ultimate Guide To Shodashi
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श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१॥
सर्वेषां ध्यानमात्रात्सवितुरुदरगा चोदयन्ती मनीषां
॥ इति त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः सम्पूर्णं ॥
Charitable functions such as donating food items and apparel on the needy may also be integral into the worship of Goddess Lalita, reflecting the compassionate facet of the divine.
पद्मरागनिभां वन्दे देवी त्रिपुरसुन्दरीम् ॥४॥
उत्तीर्णाख्याभिरुपास्य पाति शुभदे सर्वार्थ-सिद्धि-प्रदे ।
यह शक्ति वास्तव में त्रिशक्ति स्वरूपा है। षोडशी त्रिपुर सुन्दरी साधना कितनी महान साधना है। इसके बारे में ‘वामकेश्वर तंत्र’ में लिखा है जो व्यक्ति यह साधना जिस मनोभाव से करता है, उसका वह मनोभाव पूर्ण होता है। काम की इच्छा रखने वाला व्यक्ति पूर्ण शक्ति प्राप्त करता है, धन की इच्छा रखने वाला पूर्ण धन प्राप्त करता है, विद्या की इच्छा रखने वाला विद्या प्राप्त करता है, यश की इच्छा रखने वाला यश प्राप्त करता है, पुत्र की click here इच्छा रखने वाला पुत्र प्राप्त करता है, कन्या श्रेष्ठ पति को प्राप्त करती है, इसकी साधना से मूर्ख भी ज्ञान प्राप्त करता है, हीन भी गति प्राप्त करता है।
Shodashi’s mantra aids devotees launch earlier grudges, discomfort, and negativity. By chanting this mantra, people today cultivate forgiveness and psychological release, marketing peace of mind and the chance to go ahead with grace and acceptance.
The Devi Mahatmyam, a sacred textual content, information her valiant fights inside a number of mythological narratives. These battles are allegorical, representing the spiritual ascent from ignorance to enlightenment, With all the Goddess serving since the embodiment of supreme knowledge and electricity.
सावित्री तत्पदार्था शशियुतमकुटा पञ्चशीर्षा त्रिनेत्रा
यत्र श्रीत्रिपुर-मालिनी विजयते नित्यं निगर्भा स्तुता
यस्याः शक्तिप्ररोहादविरलममृतं विन्दते योगिवृन्दं
भर्त्री स्वानुप्रवेशाद्वियदनिलमुखैः पञ्चभूतैः स्वसृष्टैः ।
बिभ्राणा वृन्दमम्बा विशदयतु मतिं मामकीनां महेशी ॥१२॥